कोर कसर नहीं रखना है साथियो ,
वेला चुनावों की चरम पर आई है ।
सोच समझ वोट करना है साथियो,
देश के लुटेरों की करना धुनाई है ।।
यूपीए -कांग्रेस अमीरों की जेब में ,
वोटर इनको गरीब की लुगाई है।
अण्णा अनाड़ी है ,ममता खिलाड़ी है ,
चिंदी मिली चुहिया को नंगी नहाई है ।।
केजरी -अमीरों के मुरीद 'आप' भी हैं ,
तभी तो विनिवेश पर मुहर लगाईं है।
भ्रस्ट -पस्त दल-बदलु घेर-घार एनडीए ,
'नमो' ने सत्ता की जुगत भिड़ाई है ।।
श्रीराम तिवारी
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