बुधवार, 19 मार्च 2014

एनडीए की मांद में , डूब रहे गुलफाम !




      देश की  संसद  के लिए  , हो रहे आम  चुनाव।

      जाति -मज़हब -वंश ने,  पुनः बनाया  ठाँव।।

  
      ठग -लम्पट फिर से  खड़े  , बाहुबली  तमाम।

      जिनके कारण देश की ,  संसद  हुई  बदनाम।।


        कोटि जतन चिंतक  करे ,और चुनाव आयोग।

       धांधली आम  चुनाव  की , मिटा नहीं है रोग  ।।

    

     लोकतंत्र के बदन पर, जिनने किये हैं घाव।

      जनता उन्  नेताओं पर ,पुनः लगाती दाव।।                                  


      मोदी माथे फिर लगा , कदाचरण का दाग।

       भंडाफोड़  उनका हुआ  ,विकीलीक्स के ब्लॉग ।।


      निंदारस  के नवोदित , नेता  'आप' बेजोड़।

       गृह जिसके  बलवान हैं ,उससे करते होड़ ।।



       सतपाल महारज भी , ,चले भाजपा द्वार।

      कांग्रेस की  नाव  का , कौन है  खेवनहार ।।


      जदयू -जया -करुणानिधि  , वसपा -सपा- नवीन ।

      वामपंथ के बिना नहीं , बजे किसी की   वीन।।


         दल -बदलू पिछड़े -दलित  , कल तक थे बदनाम ।

          एनडीए  की  मांद  में , डूब रहे गुलफाम ।।

                      श्रीराम तिवारी




     

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