दिल्ली राज्य में छिड़ गई ,दल-दल में तकरार।
कांग्रेस और भाजपा , करें 'आप' पर वार।।
राजनीति के खेल में ,मुद्दे भये फुटवॉल।
आत्मघाती गोल से , बचो केजरीवाल।।
उदय हुआ जब 'आप' का ,आशा बंधी हजार।
रिश्वत -रेप -रुक जायंगे ,मिटेगा भृष्टाचार।।
कहना -सुनना सरल है ,सदाचार तक़रीर।
सरिता तट गिनते रहो ,लहरों की तासीर।।
जन-संकल्प पूरे करो ,छोड़ -कपट -जंजाल।
धरना से आगे बढ़ो ,'आप' केजरीवाल। ।
श्रीराम तिवारी
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