एक 'आप' ही पाक हैं, बाकी सब बेईमान।
'आप' ही जज कैसे हुए ,फालोवर हैरान।।
परनिंदा ही पाप है ,जाने सकल जहान।
खुद कुछ तो ऐंसा करो ,बढे देश की शान।।
राजनीति में तब तलक ,कोई नहीं अपवाद।
जब तक ये सिस्टम मुआँ , पापी -पूंजीवाद।।
नैतिकता ईमान की , पूँजी केजरीवाल।
थोड़ी तेरे पास है तो , क्या बाकी सब कंगाल। ।
श्रीराम तिवारी [दोहे]
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