सोमवार, 2 मार्च 2020

हर फसाद की जड़ मैं ही हूँ!

हे पार्थ-
विनाशकारी नोटबंदीें और
एट्रोसिटी एक्ट का कर्ता मैं हूँ!
रिजर्व बैंक,सीबीआई चुनाव आयोग,
का चीरहरण कर्ता मैं हूँ!
मैं तमाम टैक्सों में 'GST' हूँ !
आधुनिक मशीनो में 'EVM' मैं हूँ !
कथाबाचकों में 'आसाराम' मैं हूँ !
संतो मे रामपाल-'रामरहीम'मैं हूँ !
योगियों में योगी'आदित्यनाथ' और
भगोड़ों में नीरव 'विजय माल्या' मैं हूँ !
अमीरों मे 'मुकेश अम्बानी' हूँ !
और अनिल अंबानी अडानी मैं ही हूँ!
शब्दों मे 'मित्रो' मैं हूँ और
चोरों में 'चौकीदार' मैं हूँ!
मुद्दों मैं 'राम मंदिर' मुद्दा हूँ मैं !
'विकास' मैं हूँ और "विनाश" भी मैं ही हूँ !
धाराओं में धारा 370 में हूँ और,
चुनावी भाषणों का नित्य बजता ढपोरशंख मैं हूँ!
जो मूर्खों और अंधभक्तों के मन भाये,
वो अंधराष्ट्रवाद मैं हूँ !
दिल्ली समेत संपूर्ण भारत में CAA/NRC विरोध के बहाने, हिंसा आगजनी दंगा करने वालों पर अंकुश न लगा पाने का जिम्मेदार मैं हूँ!
जमात उद दावा, तालिबान,फिदायीन जेहादी अलकायदा और ISI मैं ही हूँ!
हे पार्थ हर फसाद की जड़ मैं ही हूँ!

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