एक बार वोट दे दिए जाने के बाद जब हमारे पास उसे बदलने का विकल्प मौजूद नहीं है तब हमारे वोट से चयनित विधायक/सांसद के पास पार्टी बदलने का विकल्प मौजूद क्यों है ? या तो हमें भी हमारा वोट बदलने का अधिकार मिले या बार बार दल बदलने वाले,हमारे वोट को बेचने वाले विधायक /सांसद का अधिकार छीन लिया जाए!जब तक इस पर ध्यान नही दिया जाता,तब तक असली लोकतंत्र नही कहा जा सकता!
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