शख़्सियत हो तो ऐंसी ,'देशभक्त' राज ठाकरे जैसी।
आये दिन करता रहता है लोकतंत्र की 'ऐंसी की तैसी'।।
कारण जौहर हों या फ़िल्मी 'बादशाह' शाहरुख़ खान।
'दवंगों' को हफ्ता' दे रहे हैं अच्छे दिनों में भी ये नादान।।
राज ठाकरे जैसे लोगो को लोकतंत्र कभी नहीं सुहाता है।
इसीलिये आये दिन सरेआम सरकार का मजाक उड़ाता है।।
उसने कानून, संविधान, सरकार के मुँह पर जड़ा तमाचा है।
विश्वका सबसे बड़ा लोकतंत्र शायद अब बन चुका तमाशा है।
आये दिन करता रहता है लोकतंत्र की 'ऐंसी की तैसी'।।
कारण जौहर हों या फ़िल्मी 'बादशाह' शाहरुख़ खान।
'दवंगों' को हफ्ता' दे रहे हैं अच्छे दिनों में भी ये नादान।।
राज ठाकरे जैसे लोगो को लोकतंत्र कभी नहीं सुहाता है।
इसीलिये आये दिन सरेआम सरकार का मजाक उड़ाता है।।
उसने कानून, संविधान, सरकार के मुँह पर जड़ा तमाचा है।
विश्वका सबसे बड़ा लोकतंत्र शायद अब बन चुका तमाशा है।
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