जो कल तक थे उन्मादियों के -
श्रीमान 'हिन्दू युवा ह्रदय सम्राट' .
केंद्रीय सत्ता की खातिर आज-
'विकाश पुरुष' क्या खाक हो गए ?
जिनके इर्द-गिर्द किया करतें थे -
कभी विनम्र गणेश परिक्रमा ,
उन आडवाणी-जोशी -जशवंत जैसे ,
वरिष्ठों के आप- क्यों जबरन 'बॉस' हो गए ?
जिन बीमार -वयोबृद्ध की तबियत -
पूँछने तक कभी नहीं गए निकट ,
मोदी जीआप - क्यों इस चुनाव के मौसम में
उन अटलजी के पोस्टर खास हो गए ?
श्रीराम तिवारी
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