सोलहवीं संसद के लिए - भारत के आम चुनाव अब अन्तिम चरण में हैं। केवल प्रधानमंत्री पद के अभिलाषी ही नहीं बल्कि उनके बगलगीर -नेता स्वामी ,संत-महात्मा भी अशालीन बयानबाजी पर उतर आये। कुछ तो लगभग अपनी नंगई पर उतर आये हैं। उदाहरणार्थ -कुछ बानगी प्रस्तुत है।
"मैं निजी हमलों से आहत नहीं हूँ ";-प्रियंका गांधी वाड्रा [बड़ी देर कर दी मेहरवाँ - मैदान में आते -आते ,अब तो गनीमत यही समझो कि माताजी और भैयाजी की लाज बचा लो अर्थात अमेठी और रायवरेली मैँ कांग्रेस जीत गई तो -प्रियंका वाड्रा जिन्दावाद। …। अन्यथा मनमोहन की पूँजीवादी आर्थिक दिवालियापन की नीतियों ने वाड्रा जी और अडानी जी को इतना दिया की देश के गरीबों के लिए कुछ खास नहीं छोड़ा ,कि आप कुछ उदाहरण दे सकें !]
"हमें भाजपा वाले पीट रहे हैं,इसीलिये हम गंगा घाट पर साधना कर उनका प्रतिकार करेंगे " : - केजरीवाल [ जब 'आप' अपनों की हिफाजत नहीं कर पा रहे हैं , उन्हें बलात्कार और व्यभिचार से नहीं रोक पा रहे हैं ,जब 'आप' के ही कार्यकर्ता आकंठ पापपंक मेन डूबे हैं, तो आप देश की हिफाजत कैसे करेंगे , देश की जो वर्तमान व्यवस्था- खूनी क्रांति की राह पर है, उसमें 'आप' के अधकचरे -अनगढ़ ओर नैतिक रूप से स्खलित नेता -आदमखोरों , उग्र साम्प्रदायिक उन्मादियों ओर सरमायेदारों से कैसे जीत पाएंगे ? यदि यही 'आप' का दर्शन है तो 'आप' केंद्र की सत्ता में कैसे आ सकते हैं !]
"मुझे दंगे के सूत्रधार से ज्ञान की जरुरत नहीं ,मोदी सत्ता में आये तो देश अन्धकार में डूब जायेगा" या "मोदी की हथेलियों से टपकता है गुजरात वालों का लहू " :- ममता बनर्जी
[ नोट ;-यही ममता बेनर्जी कभी भाजपा और एनडीए की कृपा पात्र हुआ करती थीं अब अल्पसंख्यकों को पटाने ओर वाम मोर्चे की बढ़त रोकने के लिए एन चुनाव के वक्त यह बयानबाजी करके ममता बनर्जी - बंगाल के मुसलमानों की आँख में धुल झोंकने की कोशिश कर रही हैं ]
"मोदी को वोट देने वालों को समुद्र में डूब मरना चाहिये;_फ़ारुख़ अब्दुल्ला [नोट :-एनडीए के घाट पर अटल राज में -१९९९-२००४ में - भाजपा नेताओं के साथ बहुत खा -पी चुके हैं,यदि मौका मिला तो एनडीए में घुसने मेन देर नहीं करोगे ! ]
"राहुल गांधी तो दलितों के घर हनीमून मनाने ओर पर्यटन के लिए जाते हैं '' स्वामी रामदेव [ इस लफंगे,चालु लुटेरे ,दलित विरोधी ओर अश्लील बाबा पर - चार जगहों पर ऍफ़ आइ आर दर्ज हो चुकी है ,पुरी के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद जी महाराज ने भी इस रामदेव को नसीहत दी है इसकी लू उतारने की कोशिश की है , कुत्ते की दुम सीधी करना बड़ा मुश्किल है। लेकिन वक्त का तकाजा कहता है कि रामदेव को कभी न कभी जेल तो जाना ही पड़ेगा यदि दुर्भाग्य से मोदी प्रधानमंत्री बन भी गए तो वे रामदेव की कुछ खास मदद नहीं कर पाएंगे-कर्मदण्ड तो भोगना ही होगा ! ]
"उन्होंने मेरी दादी को मारा ,मेरे पिता को मारा ,अब वे मुझे मार देंगे ":-राहुल गांधी [भारत का प्रधानमंत्री बनने के लिए न यह विमर्श प्रासंगिक है , न ही यूपीए की वे नीतियां - जिन पर आप बात ही नहीं करना चाहते - राहुल भैया ?] ]
"कांग्रेस मुक्त भारत ही मेरा सबसे बड़ा उद्देश्य है " :-नरेंद्र मोदी [ यह वयान तो हांडी का एक चावल मात्र है जो यह साबित करता है की आपका मिजाज कुछ -कुछ निरंकुश ओर तानाशाहों जैसा है ,आपके इस विचार में 'लोकतंत्र' कहाँ है मोदी जी ? विगत एक साल में मोदी जी ने जितना विषवमन किया है वह विगत इतिहास के ५००० साल में तमाम आक्रान्ताओं के सामूहिक विषवमन से भी ज्यादा है !क्या भारत का प्रधानमंत्री इसी योग्यता से विभूषित होना चाहिये ?
श्रीराम तिवारी
"मैं निजी हमलों से आहत नहीं हूँ ";-प्रियंका गांधी वाड्रा [बड़ी देर कर दी मेहरवाँ - मैदान में आते -आते ,अब तो गनीमत यही समझो कि माताजी और भैयाजी की लाज बचा लो अर्थात अमेठी और रायवरेली मैँ कांग्रेस जीत गई तो -प्रियंका वाड्रा जिन्दावाद। …। अन्यथा मनमोहन की पूँजीवादी आर्थिक दिवालियापन की नीतियों ने वाड्रा जी और अडानी जी को इतना दिया की देश के गरीबों के लिए कुछ खास नहीं छोड़ा ,कि आप कुछ उदाहरण दे सकें !]
"हमें भाजपा वाले पीट रहे हैं,इसीलिये हम गंगा घाट पर साधना कर उनका प्रतिकार करेंगे " : - केजरीवाल [ जब 'आप' अपनों की हिफाजत नहीं कर पा रहे हैं , उन्हें बलात्कार और व्यभिचार से नहीं रोक पा रहे हैं ,जब 'आप' के ही कार्यकर्ता आकंठ पापपंक मेन डूबे हैं, तो आप देश की हिफाजत कैसे करेंगे , देश की जो वर्तमान व्यवस्था- खूनी क्रांति की राह पर है, उसमें 'आप' के अधकचरे -अनगढ़ ओर नैतिक रूप से स्खलित नेता -आदमखोरों , उग्र साम्प्रदायिक उन्मादियों ओर सरमायेदारों से कैसे जीत पाएंगे ? यदि यही 'आप' का दर्शन है तो 'आप' केंद्र की सत्ता में कैसे आ सकते हैं !]
"मुझे दंगे के सूत्रधार से ज्ञान की जरुरत नहीं ,मोदी सत्ता में आये तो देश अन्धकार में डूब जायेगा" या "मोदी की हथेलियों से टपकता है गुजरात वालों का लहू " :- ममता बनर्जी
[ नोट ;-यही ममता बेनर्जी कभी भाजपा और एनडीए की कृपा पात्र हुआ करती थीं अब अल्पसंख्यकों को पटाने ओर वाम मोर्चे की बढ़त रोकने के लिए एन चुनाव के वक्त यह बयानबाजी करके ममता बनर्जी - बंगाल के मुसलमानों की आँख में धुल झोंकने की कोशिश कर रही हैं ]
"मोदी को वोट देने वालों को समुद्र में डूब मरना चाहिये;_फ़ारुख़ अब्दुल्ला [नोट :-एनडीए के घाट पर अटल राज में -१९९९-२००४ में - भाजपा नेताओं के साथ बहुत खा -पी चुके हैं,यदि मौका मिला तो एनडीए में घुसने मेन देर नहीं करोगे ! ]
"राहुल गांधी तो दलितों के घर हनीमून मनाने ओर पर्यटन के लिए जाते हैं '' स्वामी रामदेव [ इस लफंगे,चालु लुटेरे ,दलित विरोधी ओर अश्लील बाबा पर - चार जगहों पर ऍफ़ आइ आर दर्ज हो चुकी है ,पुरी के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद जी महाराज ने भी इस रामदेव को नसीहत दी है इसकी लू उतारने की कोशिश की है , कुत्ते की दुम सीधी करना बड़ा मुश्किल है। लेकिन वक्त का तकाजा कहता है कि रामदेव को कभी न कभी जेल तो जाना ही पड़ेगा यदि दुर्भाग्य से मोदी प्रधानमंत्री बन भी गए तो वे रामदेव की कुछ खास मदद नहीं कर पाएंगे-कर्मदण्ड तो भोगना ही होगा ! ]
"उन्होंने मेरी दादी को मारा ,मेरे पिता को मारा ,अब वे मुझे मार देंगे ":-राहुल गांधी [भारत का प्रधानमंत्री बनने के लिए न यह विमर्श प्रासंगिक है , न ही यूपीए की वे नीतियां - जिन पर आप बात ही नहीं करना चाहते - राहुल भैया ?] ]
"कांग्रेस मुक्त भारत ही मेरा सबसे बड़ा उद्देश्य है " :-नरेंद्र मोदी [ यह वयान तो हांडी का एक चावल मात्र है जो यह साबित करता है की आपका मिजाज कुछ -कुछ निरंकुश ओर तानाशाहों जैसा है ,आपके इस विचार में 'लोकतंत्र' कहाँ है मोदी जी ? विगत एक साल में मोदी जी ने जितना विषवमन किया है वह विगत इतिहास के ५००० साल में तमाम आक्रान्ताओं के सामूहिक विषवमन से भी ज्यादा है !क्या भारत का प्रधानमंत्री इसी योग्यता से विभूषित होना चाहिये ?
श्रीराम तिवारी
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