प्रिय राहुल जी,
आशीर्वाद!
आपको बिन मांगे सुझाव दे रहा हूँ कि राजनीति में वैचारिक रूप से पारंगत होने के लिए और देश विदेश में भारत के खिलाफ ऊल जलूल बोलने से बचने के लिए और भारत के उज्जवल भविष्य के लिए आपको कुछ आधार भूत अध्यन करना जरूरी है।
दिनकर की:- *भारतीय संस्कृति के चार अध्याय * पंडित जवाहरलाल नेहरू की :-*भारत एक खोज * कार्ल मार्क्स ऐंगेल्स द्वारा संपादित:- *कम्युनिस्ट मेनीफेस्टो*,महात्मा गांधी की *हिंद स्वराज *महर्षि अरविंदो की:- सावित्री और सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के *भारतीय दर्शन* का सांगोपांग अध्ययन अवश्य कर लें। इस मेहनत का परिणाम यह होगा
इस तरह के अध्यन मनन के उपरांत जब आपका बौद्धिक स्तर ऊंचा हो जाए,तब भारत,रूस,चीन अमेरिका,जापान जर्मनी की आर्थिक नीति का अध्यन करें।इसके बाद आप कांग्रेस पार्टी के कट्टर आलोचकों से संपर्क करें ! उनकी आलोचनाओं पर गंभीरता से विचार करें।याद रखें कांग्रेस ने देश पर ऐन केन प्रकारेण 50 साल शासन किया है,कांग्रेस ने देश को आजाद कराया है और कांग्रेस सिर्फ एक राजनैतिक पार्टी ही नहीं,बल्कि यह एक विचारधारा है।समाजवाद,धर्मनिरपेक्षता और गुटृ
निर्पेक्षता कांग्रेस के नीति निर्देशक सिद्धांत हैं! अत: मोदी सरकार पर झूठे आरोप लगाने और दुनिया भर में भारत की झूठी तस्वीर पेश करने के बजाय,गर्व के साथ आप कांग्रेस का नेतृत्व करें!
जब कांग्रेस के आलोचक थक जाएं और आपकी पार्टी RSS की तरह देशभक्तिपूर्ण मजबूत केडर खड़ा कर ले,जब देश के बहुसंख्यक हिंदु समाज को कांग्रेस पर विश्वास वापिस हो जाए, तब आप देश का नेतृत्व करने के हकदार स्वत: हो जाएंगे! आपकी अभी जो कुछ भी राजनीति चल रही है, उसे जारी रखें! आपका भविष्य बाकई उज्जवल है, जय हिंद!#राहुलगांधी
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