अल्लाह के नाम पर “
शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2024
हमें ये सीख मिल गई कि
उन्हें देश की सुरक्षा,संप्रभुता,अखंडता की चिंता है !
भारत की उच्च मध्यम वर्गीय युवा पीढ़ी पर्याप्त एडवांस और स्मार्ट है, उसे मेंहगाई, बेरोजगारी और रुपये के अवमूल्यन की फिक्र नहीं ! इस पीढ़ी में जो योग्य हैं, वे पद प्रतिष्ठा, धन मान अर्जित कर लेते हैं! अमेरिका, इंग्लैंड एडवांस मुल्कों और वे मल्टीनेशनल कंपनियों में छा रहे हैं !
रतन टाटा जी को हमारी श्रद्धांजलि।
रतन टाटा जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुःख हुआ। वह एक महान उद्योगपति और समाज सेवी थे, जिन्होंने टाटा समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनका जीवन और कार्यकाल बहुत प्रेरणादायक था ¹।
अपना परिचय दो।
कालिदास बोले :- माते!पानी पिला दीजिए, बड़ा पुण्य होगा.
भारतीय संप्रदायों की गौरवमयी कहानी!
एक प्रश्न यह उठता है कि भारतीय उपमहाद्वीप में जब इतने संप्रदाय थे। शिव, शक्ति, विष्णु, सूर्य गणेश इत्यादि सब की उपासना अलग-अलग होती थी, तो फिर आज सभी देवी देवता एक ही मंदिर में विराजमान क्यों दिखते हैं? इसका श्रेय जाता है, आदि शंकराचार्य को और उनके अद्वैतवाद को।
आस्तिक दर्शनों में सब कुछ ईश्वर पर आश्रित है !
सत्य सिर्फ वह नही है,जो हम देखते हैं, जो हम मानते हैं! गोकि अस्तित्व के विस्तार ने सत्य का ठेका किसी एक को नही दिया है ! जिस तरह कोई पक्षी कभी इस पेड़ पर कभी उस पेड़ पर,कभी इस डाल पर, कभी उस डाल पर बैठ जाता है, इसी तरह मानव इतिहास में सत्य रूपी पक्षी कभी *भारतीय आस्तिक दर्शन रूपी वटवृक्ष* पर कभी नास्तिक चार्वाकीय कटीली झाड़ियों पर और कभी अनीश्वरवादी सांख्य,योग, श्रमण दर्शनों की भदेश किंतु मजबूत शाखाओं पर विश्राम करता रहा,विहार करता रहा!