जब नूपुर शर्मा का गला काटने की धमकी दैने वाले तत्व ऐलान कर रहे थे कि वे 2047 में भारत को इस्लामिक राष्ट्र बना देंगे!तब मेरे सिवा किसी भी वामपंथी नेता ने इस गुंडई का प्रतिवाद नही किया।उल्टे भाजपा को छोड़ नूपुर शर्मा और सनातन धर्म पर टूट पड़े।जब राहुल गांधी ब्रिटिश यूनिवर्सिटी में,भारतीय लोकतंत्र और संविधान को जलील कर रहे थे,तब सीताराम येचुरी डी राजा मौन व्रत का पालन कर रहे थे।
कांड,गुपकार गैंग और JNU वाले भारत माता को दुनिया भर में जलील कर रहे थे,तब मेरे विद्वान कामरेड इन गद्दारों की हिमायत कर रहे थे।जब इस्लामिक आतंकवादी भारत को तबाह करने की घोषणा कर रहे थे,तब हमारे वामपंथी साथी सनातन धर्म और मोदी जी को धमकी दे रहे थे कि यदि हमारे मजहबी मामलात में दख़ल दी तो सर तन से जुदा कर देंगे।जब तमाम लैफ्टिस्ट, सपा\ कांग्रेसी मिलकर धीरेंद्र शास्त्री को कोस रहे थे तब मुझे अपने वामपंथी होने पर ग्लानि हुई।
कल तक जो नीतीश को अपना नेता मान रहे थे,आज वे उसे विपक्षी गठबन्धन का संहारक बता रहे हैं। अब वे हिंदूराष्ट्र की बात करने वालों की संभावित विजय से आक्रांत होकर विपक्षी गठबन्धन की भ्रूण हत्या पर विधवा विलाप कर रहे हैं! तब मुझे वामपंथी होने पर ग्लानि हुई।
See insights
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें