उन्होंने कहा था- हम यदि सत्ता में आये तो किसानों,मजूरों,युवाओं और संपूर्ण देश के अच्छे दिन आयेंगे!
किंतु दिल्ली के चारों ओर ठंड में ठिठुरते किसानों को,देशभर में बेरोजगार हुए मजूरों को और जिनका कोई भविष्य नहीं,उन छात्रों को देखकर कौन गर्दभ कहेगा कि -अच्छे दिन आये हैं?
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