आस्ट्रिया में एक मामूली 'ड्यूक' पर हमला होने पर 'प्रथम विश्व' युद्ध हो गया! नाजियों ने जब यहूदियों पर हमला किया तो सेकंड वर्ल्ड वार हो गया! किंतु अकेले कश्मीर में ही विगत 50 सालों में लाखों कश्मीरी हिंदू मार दिये गये,लड़कियों का जबरन धर्मांतरण किया गया,जो धर्मांतरण के लिये तैयार नही हुईं उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया!
ताजुब्ब है कि इतने व्यापक कत्लेआम पर दुनिया के किसी भी देश ने सांत्वना के दो शब्द भी नही कहे!दुनिया की कौन कहे,यहाँ भारत में ही किसी को धारा 370 -से आतंकवाद खत्म होता दिख रहा है,किसी को पत्थरबाज मुश्टंडे देवदूत नजर आ रहे हैं और किसी को यह शिकायत है कि इंटरनैट सर्विस उपलब्ध नही है!किंतु भारत समेत दुनिया में मारे मारे फिर रहे कश्मीरी हिंदुओंकी व्यथा कथा पर अभी तक वर्तमान या पूर्ववर्ती किसी सरकार ने कभी कुछ नही किया!चारों ओर चुप्पी क्यों ?
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