सोमवार, 8 सितंबर 2014

'कश्मीरियत' के दुश्मन मौत के सौदागर इस बक्त कहाँ हैं ?


  दो दिन  पहले  ही मैंने निम्नांकित  पंक्तियाँ 'पोस्ट' की थीं ……!



      'कश्मीरियत'  के दुश्मन  मौत के सौदागर इस बक्त  कहाँ हैं ?

      जेकेएलएफ -गिलानी -हाफिज सईद - जमात-उद  दावा - अब कहाँ हैं ?

      केशर की क्यारियों में वैमनस्य -अलगाव  के  बीज बोने  वाले-

     आई एसआई - प्रशिक्षित कश्मीरी बच्चों  के हाथों में बन्दूक थमाने  वाले  -

     जल मग्न कश्मीरी आवाम  को  बचाने में जी जान से  जुटे हैं जो आज -

     उन  भारत के जवानों के शीश काटने वाले  इंसानियत के दुश्मन  कहाँ हैं ?



 आज की  खबर  है कि जम्मू -  कश्मीर  के लोगों  की जान  बचाने में  जुटे 'भारतीय बचाव दल ' पर कुछ

   अलगाववादियों -उग्रवादियों ने - जलमग्न श्रीनगर  के  ही कुछ ठिकानों से  पत्थरबाजी की  है।


  इस ओछी हरकत  से   मेरी  उपरोक्त पंक्तियों का जबाब भी  मिल गया  है -

अब इसमें कोई संदेह नहीं की  इस वक्त ये   ' इंसानियत के दुश्मन कहाँ हैं ' ?  जिनकी  नापाक  हरकतों और

एहसानफ़रामोशी  का खामियाजा  न केवल सारे कश्मीर को बल्कि पूरे भारत को  भुगतना  पड़  रहा है।


   श्रीराम तिवारी


                                         

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