रविवार, 7 सितंबर 2014

हर नारी ऐंसी बने ,जैसी है ऐनूर !



    'माँ  ने अपने दुष्कर्मी 'कपूत' को कराया गिरफ्तार '


पश्चिम बंगाल के २४ परगना अंतर्गत डायमंड हार्वर में एक माँ [ ऐनूर]ने इंसानियत  को तरजीह देकर , पुत्र मोह त्यागकर 'नारीत्व' के उच्चतर मूल्यों का उदाहरण पेश किया  है ।सात साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले अपने  'कपूत' [नजीर शेख] की काली करतूत की शिकायत- इस महानतम  माँ ने  खुद ही थाने में  जाकर  पुलिस को की है । पीड़ित बच्ची  -जो कि दूर कहीं जंगल में वेहोश पड़ी थी -को  भी वे स्वयं ही अस्पताल ले गई.  नारी उत्पीड़न और कुकृत्य  से सराबोर  इस भयानक  दौर में नारीत्व की गरिमा मय  यह मिशाल -  अतुलनीय  और वंदनीय है। इस माँ [ऐ नूर बीबी ]का यह बेहतरीन त्याग - सतकर्म-कर्तव्यपरायणता -भारत ही नहीं दुनिया की सभी माताओं-बहिनों और नारियों  के लिए अनुकरणीय है। उनके इस महान गौरवपूर्ण सुकृत्य के लिए  यह  दोहा  समर्पित  है। 

   पतनशील इस दौर में ,मूल्य हुए बेनूर। 
   हर नारी ऐंसी बने ,जैसी है ऐनूर।। 

        श्रीराम तिवारी 

     

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