गुरुवार, 2 दिसंबर 2010

विकिलीक्स को धन्यवाद...

एक  दिसंबर  २०१० को अमेरिका के प्रमुख अखवार न्यू यार्क टाइम्स ने अमेरिकी ख़ुफ़िया तंत्र द्वारा एकत्रित और विकिलीक्स वेबसाइट द्वारा हस्तगत कि गईं अत्यंत संवेदनशील ख़बरों  को प्रकाशित करन केवल  भारत को उपकृत किया है .अपितु भारतीय  वाम पंथ के विश्वाश को और उसकी राजनेतिक समझ को देशभक्तिपूर्ण सावित किया है
अभी तक भारतीय मीडिया का एक बहुत बड़ा हिस्सा और गैर वाम पंथी राजनीती के समर्थकों को एक वामपंथ पर आरोप लगाने का शगल था कि दुनिया बदल गई .अमेरिका बदल गया ,चीन बदल गया  किन्तु भारतीय साम्यवादी या मार्क्सवादी  अभी भी अमेरिका का अंध विरोध कर रहे हैं ....मार्क्सवादियों को अकाल नहीं आयी सो वे बंगाल ,केरल और त्रिपुरा के अलावा कहींभी  सत्ता में  नहीं  हैं  ...वगेरह ...वगेरह ....
        अब यह  भारत कि जनता को और मीडिया को पुनह  विचार करना होगा कि मनमोहनी और  भाजपाइयों का अमेरिका प्रेम मृग मरीचिका है अथवा भारत के मार्क्सवादियों कि यथार्थ के धरातल पर सेधान्तिक विजय है ..
     भारत के वामपंथ ने शहीद भगतसिंह कि शहादत से लेकर अब तक लगातार कुर्वानियाँ ही दी हैं  बदले में अमेरिका और उसके भारतीय अनुचरों ,पालतू कुत्तों कि रक्त पिपासा शांत करते रहे .
   विकिलीक्स के पर्दाफास से सारी दुनिया में भूचाल  आ गया है अमेरिकी नेताओं और उनकीधूर्तता पूर्ण नीतियों का खुलासा होने  से  न केवल अमेरिका ,पाकिस्तान ,चीन कठघरे में आते दिख रहे हैं  ,अपितु भारत में अमेरिकन लाबी -भाजपा संघ परिवार और कांग्रेस सदमें में हैं .खास तौर  से १,२,३,एटमी  करार के लिए बेकरार श्री मनमोहन सिंह जी ज्यादा व्याकुल  होंगे क्योंकि यु पी ऐ प्रथम के अंत समय में अमेरिका और इस एटमी  करार के लिए उन्होंने वामपंथ को अपमानित किया था.विकिलीक्स के खुलासे में जग जाहिर हो गया कि भारत  को वेवकूफ बनाया जाता रहा है अमेरिका ने अपने दूतावासों के जरिये कैसे विभिन्न देशों कि गोपनीय जानकारियाँ हासिल कीं ?किसके पास क्या सामरिक क्षमता है ?खास तौर से भारत के बारे में जो कुछ उजागर किया गया वो वेहद भयावह और चिंता जनक है .विकिलीक्सा ने बता दिया कि किलिंटन और ओबामा के लिए लाल कालीन विछाने वाले  भारतीय नेता महा मूर्ख हैं .भारत को पाकिस्तान से लड़वाने  चीन से चमक्वाने और अमेरिका से लुटवाने कि लम्बी दास्ताँ  अगली पोस्ट में ...इन्तजार करें .....
        
  
   

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