हम आज़ाद हैं ..पढ़ा सुना देखा और गुजर गए तिरेसठ वर्ष ।
मनाते हर साल आज़ादी का जश्न पंद्रह अगस्त को सहर्ष ।।
अभी भी हर शख्स चिंतित डरा- डरा सा क्यों है ?
आधी से ज़्यादा आबादी का जीना दुश्वार क्यों है ??
प्रजातंत्र में पीड़ित -शोषित -जन -गण ।
क्यों देते नेता उपलब्धियों पर भाषण ??
हैं करोड़ों बेरोजगार ,ऊपर से महंगाई की मार ।
बिचौलिये सत्ता सुन्दरी पे टपकाते लार ॥
वोटर बन के रह गया केवल.फिर रोता जार -जार क्यों है ?
देश के कर्ण धारो बोलो ये व्यवस्था तार -तार क्यों है ??
सर्वाधिक धरम -करम वाले देश भारत में ।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में ॥
पतित राजनीतिज्ञों भ्रष्ट अफसरों -ठेकेदारों .
अकर्मण्यों-सामंतों -पूंजीपतियों -बटमारों ॥
बताओ ?आज़ादी के तिरसठ साल बाद ;
भी सिर्फ तुम्हारी सरकार क्यों है ?
मनाते हर साल आज़ादी का जश्न पंद्रह अगस्त को सहर्ष ।।
अभी भी हर शख्स चिंतित डरा- डरा सा क्यों है ?
आधी से ज़्यादा आबादी का जीना दुश्वार क्यों है ??
प्रजातंत्र में पीड़ित -शोषित -जन -गण ।
क्यों देते नेता उपलब्धियों पर भाषण ??
हैं करोड़ों बेरोजगार ,ऊपर से महंगाई की मार ।
बिचौलिये सत्ता सुन्दरी पे टपकाते लार ॥
वोटर बन के रह गया केवल.फिर रोता जार -जार क्यों है ?
देश के कर्ण धारो बोलो ये व्यवस्था तार -तार क्यों है ??
सर्वाधिक धरम -करम वाले देश भारत में ।
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में ॥
पतित राजनीतिज्ञों भ्रष्ट अफसरों -ठेकेदारों .
अकर्मण्यों-सामंतों -पूंजीपतियों -बटमारों ॥
बताओ ?आज़ादी के तिरसठ साल बाद ;
भी सिर्फ तुम्हारी सरकार क्यों है ?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें