भरपूर जन समर्थन और अपार प्रसिद्धि के बावजूद,सत्ता पॉवर का रंचमात्र गर्व गुमान नही। पालतू मीडिया की चकाचोंध से दूर,चाटुकारिता से कोसों दूर,भ्रस्टाचारियों पर लगाम कसने को हर क्षण आतुर, सनातन धर्म और संस्कृति के रक्षक, महामारी से लड़ने के लिए देश भर में २-२,३-३ बार मुफ्त बैक्सीन की आपूर्ति, दुनिया के 150 देशों को मुफ्त बैक्सीन,ऐंसा महान नेतृत्व पाकर भारत धन्य हो गया!
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को सम्मान जनक स्थान दिलानेके लिए निरंतर अथक प्रयास, दुनिया को शांति की राह पर लेजाने की सद्इच्छा! युद्धरत राष्ट्रों के बीच शांति कायम करने का अदम्य साहस ! देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन, हरिजन आदिवासियों को पक्के मकान,घर-घर नल, घर घर बिजली, गांव गांव मोबाइल टावर से कनेक्टिविटी, किसानों को यथासंभव सहायता !
इतनी तमाम खूबियों के बावजूद यदि कोई कमीना हमारे प्रिय प्रधानमंत्री को अपशब्द कहता है या उनके लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग करता है, तो समझिए कि वह नरेंद्र मोदी का नही पूरे भारत का अपमान करता है। इसका सीधा सा अर्थ है कि नरेंद्र मोदी से नफरत याने भारत से नफरत।भारत से नफरत याने भारत का गद्दार। आलेख का लब्बोलुआब यह है कि सरकार की समस्त नीतियों -कार्यक्रमों पर स्वस्थ आलोचना स्वीकार है किंतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के बहाने भारत का अपमान स्वीकार नहीं। #PMNarendraModi# Mr. GANDHI
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