गुरुवार, 27 जून 2019

अच्छे दिन कब आएंगे ,जनता करे पुकार?

बिजली संकट बढ़ चला,अफसर भये मक्कार!
अधिभारों के नाम पर,लूट रही सरकार।!
भारतवर्ष में बढ़ रहे,हिंसा रेप व्यभिचार।
अर्से से कश्मीर में, रुका न गोली बार।।
डीजल पैट्रोल महँगे हुए,कीमत बढ़ी अपार।
अच्छे दिन कब आएंगे ,जनता करे पुकार।।
वादों जुमलों का भरा,जैसे मेला कुम्भ!
जो सेवक थे राम के, हो गये शुंभ निशुंभ!!

गुरुवार, 6 जून 2019

कारी घटा घिर आये,खेतों में बरस जाए,

बोनी की वेला में जो देर करे मानसून,
निर्धन किसान मन शोक उपजावै है!
बंगालकी खाड़ीसे न आगे आवें इंद्रदेव,
बानियां बक्काल दाम दुगने बढ़ावै है!!
वक्त पै बरस जाएं खूब मानसूनी बदरा,
तो दादुरों की धुनि पै धरनि हरषावे है!
कारी घटा घिर आये,खेतों में बरस जाए,
सारंग की धुनि संग सारंग भी गावै है!!
बोनी की बेला में जो देर करे मानसून ,
निर्धन किसान मन शोक उपजावे है !

कर्तव्यों के ही गीत सराहे जाते हैं।।

धीरोदात्त चरित्र का सिंहनाद जब होता,
तो जग के सारे दुष्ट अन्यायी थर्राते हैं।
समरसता भ्रातृत्व भाव के नूतन शब्द,
सदा समरांगण में क्रांतिदूत बन जाते हैं ।।
म्रत्युंजयी हो जाती नरमेदिनीे हुँकार तभी,
जब कुछ मानव ही दानव बन जाते हैं ।
जन महानाद संगीत कला साहित्य सभी,
सृजन के ठाँव नये नये नित बसते जाते हैं!!
'सत्यमेव जयते' का हो शाश्वत मंत्र सदा
तो इंकलाब के नारे भी प्रेरक बन जाते हैं ।
हक सबको है जीने का इस दुनिया में,
किंतु कर्तव्यों के ही गीत सराहे जाते हैं।।

उदयगान

बुद्धि बल पौरुष और सत्ता यदि,
किसी कमजोर के काम आ जाये ।
स्वस्थ्य जवानी किसी सफेदपोश की
यदि सीमाओं पर बल-पौरुष दिखलाये ।।
सत्य-न्याय के लिये महासमर में घोष,
और क्रांति का गीत अमर गाया जाये!
कृषकाय किसान खेतों को देकर अपना,
सपना तन मन यौवन श्रम स्वेद बहाए ।।
हो जीवन यापन के संघर्षों में मरुथल,
तब भी उसका पथ विचलन न हो पाए ।
महालालची भृष्ट व्यवस्था मृगतृष्णा का
कोई जनकवि कभीकहीं न पुर्जा बनजाए ।।
वर्गचेतना बिना असंभव सर्वहारा क्रांति,
मेरा हर शब्द उसका उदयगान बन जाये!

अण्णा जी मौन क्यों?

विगत पाँच साल से केंद्र मैं प्रचंड बहुमत से,
भाजपा एनडीए अर्थात मोदी सरकार है !
अच्छे दिन किसके आये ये तो मुझे पता नहीं,
किंतु सार्वजनिक उपक्रमोंमें मची हाहाकार है !!
विपक्ष को गंदी गालियां दलबदलुओं से गलबहिंयां,
कॉरपोरेट 'राज' में हो चुका,देश का बंटाढ़ार है !
कालाधन हो या लोकपाल अण्णा जी मौन क्यों?
व्हाईट हाऊस की हरकतों से भारत शर्मसार है !!