शुक्रवार, 27 जनवरी 2012

जीवन के अनमोल सूत्र -२

[१] बड़ा आदमी होना अच्छी बात है लेकिन अच्छा आदमी होना "बड़ी"बात है.
[२]जिन्दगी में टंटे-झंटे बहुत हैं,तनाव और कुंठा बहुत है,अवरोध और आकांक्षाएं बहुत है फिर भी जिनके चेहरे पर सौम्यता और ओंठों पर मुस्कान है वे ही जीवन का अर्थ जान पाते है.
[३]यदि लोग सिर्फ जरुरत पढने पर आपको याद करते है तो इसमें बुरा क्या है?यह तो आपके लिए आत्म गौरव जैसा है ,क्योंकि आप उस मोमवत्ती की तरह  तब याद किये जाते हैं जब किसी की जिन्दगी का उजास  नदारत होता है.
[४]कहते हैं कि जब कोई किसी को याद करता है तो  एक तारा टूटकर गिरता है  और इस तरह सारा आसमान एक दिन खाली हो जाना चाहिए किन्तु खगोलीय वेत्ता तो नित नए तारों की संख्या बढ़ाते जा रहे हैं.
[५]प्र्तेयेक क्षण ,सेकंड,मिनिट,घंटा,दिन और रात अति महत्व के हैं सुबह हमको आशाओं से अभिप्रेरित करती है,प्र्तेयेक दोपहर  से हम विश्वशनीयता  का सबक सीख सकते हैं ,प्रत्येक सुहानी शाम से हमें प्रेम  की प्रेरणा मिलती है प्रत्येक रात्रि से हमें विश्राम का सहज सन्देश मिल जाया करता है.
               संकलन: श्रीराम तिवारी 

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