इंकलाब ज़िंदाबाद !
progressive Articles ,Poems & Socio-political -economical Critque !
गुरुवार, 30 अगस्त 2018
चाहे दलितवादी हो,चाहे सवर्णवादी हो,चाहे माओवादी या क्रांतिकारी हो,लेकिन यदि वह हिंसा का समर्थक है,तो मैं उसके साथ नहीं हूँ!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें