tag:blogger.com,1999:blog-9113214569608951158.post2878292159011302434..comments2023-10-24T07:26:30.931-07:00Comments on इंकलाब ज़िंदाबाद !: अन्ना -स्वामी रामदेव ओर देश के सर्वहारा वर्ग को एक मंच पर आना चाहिए!जनवादी कविhttp://www.blogger.com/profile/17516020681954789490noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9113214569608951158.post-35377614064181073482011-06-21T08:15:58.599-07:002011-06-21T08:15:58.599-07:00आदरणीय माथुर जी आप सही कह रहे हैं,किंतु अब हमेंभी...आदरणीय माथुर जी आप सही कह रहे हैं,किंतु अब हमेंभी यह समझने की ज़रूरत है कि हमारी प्रासंगिकता के लिए यह <br />नितांत ज़रूरी है कि अन्ना हज़ारे या बाबा रामदेव चाहे जैसें भी हों किंतु जनता की असहनीय बैचेनी को ये लोग अपने तरीके से <br /> परिभाषित करते हुए भारत की वर्तमान भृष्ट व्यवस्था को बदलने जैसी बातें कर वामपंथ के अजेंडे को अपना बताकर आगे <br />से देश की दक्षिण पंथी ओर पूंजीवादी पार्टियों को shriram tiwarihttp://www.janwadi.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9113214569608951158.post-88868857039003984502011-06-21T05:05:44.230-07:002011-06-21T05:05:44.230-07:00वस्तुतः पूंजीवादी शक्तियों ने अन्ना एवं रामदेव को ...वस्तुतः पूंजीवादी शक्तियों ने अन्ना एवं रामदेव को आगे ही इसलिए किया है ताकि पूंजीवाद को जनाक्रोश से बचाया जा सके.दोनों में से कोई भी धार्मिक भ्रष्टाचार का विरोध नहीं करना चाहता जो आर्थिक भ्रष्टाचार की जननी है.धार्मिक भ्रष्टाचार का ही परिणाम है लखनऊ के प्रो.की पुत्री का ठगा जाना,लूटना और अपना तिरस्कार कराना .जब तक दोनों आंदोलनकारी धार्मिक भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने को राजी न हों उन्हें सहयोगvijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.com